देश में अपनी अलग ही ख्याति अर्जित करने वाले गुरूकुल में तीन दिवसीय गुरूकुल महोत्सव 13 दिसम्बर से
(एसपीटी न्यूज़ संतराम निशरेले प्रधान संपादक)
तीन दिवसीय गुरूकुल महोत्सव 13 से, देश भर से आएंगे वैदिक विद्वान
-गुरूकुल अध्यक्ष, प्रधानाचार्य, आचार्य और ब्रम्हचारी जुटे हुए हैं तैयारी में
नर्मदापुरम।
देश में अपनी अलग ही ख्याति अर्जित करने वाले गुरूकुल में तीन दिवसीय गुरूकुल महोत्सव का आयोजन 13 दिसंबर से शुरू हो रहा। गुरूकुल के 113 वे महोत्सव में देश राजधानी दिल्ली सहित विभिन्न प्रांतों से वैदिक विद्वान शामिल होंगे। गुरूकुल निदेशक स्वामी ऋतस्पति परिब्राजक अौर अध्यक्ष आचार्य सत्यसिंधु आर्य ने बताया कि इस बार गुरूकुल महोत्सव 13, 14, और 15 दिसंबर को आयोजित हो रहा है। उन्होने बताया कि गुरूकुल के इस वार्षिकोत्सव में तीनों दिन विशेष समारोह आयोजित होंगे। जिसमें वेदों के पारायण ऋग्वेद पारायण, महायज्ञ प्रतिदिन प्रात: 07.30 बजे से प्रारंभ होंगे। इसके साथ ही ध्यान योग प्रशिक्षण, प्रात:05.30 बजे 06.30 बजेे तक जिसमें आसन, प्राणयाम, ध्यान योग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विद्वानों का सम्मान किया जाएगा। ईश्वरोपासना, धर्मोपदेश, का आयोजन होगा, इसके अलावा भजन संध्या होगी। संस्कारों की उपयेागिता, विद्वत सम्मान, वैदिक व्याख्यान होंगे। वहीं समापन अवसर पर सहयोगियों का अभिनंदन होगा।
इन्हें किया है आंमत्रित
गुरूकुल के प्रधानाचार्य सत्यसिंधु महाराज ने बताया कि गुरूकुल महोत्सव में दिल्ली के स्वामी प्रणवानंद, आचार्य सुखदेव जी, डॉ धर्मेंद्र जी, गंगाशरण जी, डॉ रामचंद्र जी कुरूक्षेत्र, राजस्थान, मुम्बई, हरिद्वार, झाबुआ, जयपुर, संदलपुर, जबलपुर, देवास, सहित अन्य स्थानों से वैदिक विद्वान आ रहे हैं।
गुरूकुल वार्षिकोत्सव की तैयारी अंतिम चरण में
गुरूकुल में होेने वाले इस महोत्सव की तैयारी अंतिम चरण में जो अंतिम चरण में हैं। गुरूकुल अध्यक्ष, प्रधानाचार्य, आचार्य और बटुक ब्रम्हचारी महोत्सव की तैयारी में जुटे हुए हैं। इस मौके पर गुरूकुल में वेदों का अध्ययन करने वाले ब्रम्हचारियों के परजिन भी शामिल हेाते हैं। यहां पर तीन दिन तक वैदिक विद्वानों का मेला जैसा लगता है।
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