फ़र्ज़ी मस्टर के माध्यम से लाखों का भुगतान ,का भाग 3

(एसपीटी न्यूज़ नर्मदापुरम संतराम निसरेले प्रधान संपादक )
नर्मदापुरम फ़र्ज़ीवाड़े की प्रत्येक दिन भर दिन खोलते जा रही है जैसे जैसे ख़बरों का प्रकाशन हो रहा है विभाग में हड़कंप मचा हुआ है कुछ कर्मचारी अपने करतूत को दबाने के लिए आनन फ़ानन में भी फाइलों में लीपापोती कर रहे हैं ताकि और फ़र्ज़ीवाड़े सामने उजागर न हो लेकिन सच छुपता नहीं है इसी श्रृंखला में आज हम भाग 3 के माध्यम से कृषि उपज मंडी समिति बानापुराजिला नर्मदापुरम आपके सामने
कृषि उपज मंडी समिति बानापुरा के वित्त वर्ष 2015-16 से 19-20 की संपरीक्षा में ज्ञात हुआ कि निकाय द्वारा प्रमाणक क्रमांक 312 दिनांक 04.09.17 से 9996/- मस्टर अवधि दिनांक 04.08.2017 से 10.08.2017 तक का प्रांगण साफ सफाई का भुगतान प्रतिमाह राशि रू23800/- नगद किया जा रहा है जो नियमानुकूल नहीं है। परीक्षण में ज्ञात हुआ कि मस्टर में कुल 07 में 04 एक ही परिवार के हैं। हरी सिंह स्वयं उम्र 50 वर्ष, पत्नी उम्र 48 वर्ष, पुत्र 30 वर्ष, पुत्रवधु उम्र 30 जो कि सभी एक ही परिवार के है जो लगभग विगत 6 माह से कार्य करना बता रहे है जिन्हें नगद भुगतान किया जा रहा है जबकि उनके बैंक खातों में राशि भुगतान करना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया इससे प्रतीत होता है कि जिसके मन में फर्जीवाड़ा करने की नियत हो वह नियमानुसार काम क्यों करेगा जो मंडी समिति के कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से किया गया है जो कि प्रांगण साफ सफाई का देयक दिनांक 14.08.2010 से 10.08.2017 का भुगतान किया गया है जबकि श्रम कार्य द्वारा 6 दिन कार्य पश्चात्० 1 दिन का अवकाश दिया जाना था
बड़े मज़े की बात यह है कि 06 अगस्त 17 का रविवार का अवकाश था। उस दिन भी कार्य करना बताया है। इसी प्रकार प्रमाणक कमांक 313 दिनांक 04.09.17 से राशि रू.13804 मस्टर अवधि दिनांक 11.08.17 से 20.08.17 तक मजदूरी कार्य दर्शाया गया है। जिसमें दिनांक 13.08.17 को रविवार एवं 15.08.17 को पंद्रह अगस्त का राष्ट्रीय अवकाश था उस दिन भी किसी मज़दूर से कार्य कराना ग़ैरक़ानूनी के दायरे में आता है। इससे प्रतीत होता है कि समिति द्वारा अधिक दिनों तक का भुगतान किया गया है. इसकी मंडी समिति प्रांगण प्रभारी एवं लेखापाल से वसूली की जाना चाहिए और इन पर कठोर न्याय की कार्रवाई भी की जाना चाहिए यहाँ तक की राष्ट्रीय त्योहार पर किसी से काम कराना उसके सम्मान को ठेस पहुँचाने के बराबर है
इसी प्रकार उपरोक्त दिनांक 14.08.17 से 10.08.17 में दिनांक 16.08.17 को रविवार एवं 17.08.17 को रक्षाबंधन का अवकाश था। प्रमाणक क.410 दि.23.10.17 राशि रू. 10948 मस्टर अवधि दिनांक 06.10.17 से 17.10.17 तक की सफाई का 04 मजदूरों का मजदूरी दी गई है जिसमें दिनांक 08.10.14 एवं दिनांक 14.10.14 को रविवार एवं दिनांक 17.10.17 को दीपावली का सार्वजनिक अवकाश था। इससे प्रतीत हो रहा है कि प्रागण साफ-सफाई कम दिवस करवाया जाकर अधिक दिनों का मस्टर तैयार कर फर्जी तरीके से प्राप्त किया जा रहा है जो कि मंडार कय तथा सेवा उपार्जन नियम 2015 के नियम 23 का स्पष्ट रूप से उल्लंघन है। जब शासन ने राष्ट्रीय त्योहारों पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है और मंडी के ख़ुद अधिकारी अवकाश पर रहते हैं फिर ऐसे में मज़दूर द्वारा कार्य करवाना साफ़ फ़र्ज़ीवाड़े के दायरे में दिखाई दे रहा है अतः उपरोक्त अधिक भुगतान की वसूली प्रांगण प्रभारी एवं लेखापाल से की जाना चाहिए एवं उनके विरूद्ध की प्रशासकीय कार्यवाही से संपरीक्षा विभाग को अवगत कराया जाए ताकि शासकीय संपत्ति और राशि का दुरुपयोग न हो अगले भाग में और नय फ़र्ज़ीवाड़े का पर्दाफ़ाश क् लिए हमारी ख़बरों को देखते रहे
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