CMHO कार्यालय में चल रही है ट्रांसफर की नौटंकी,या धन कमाने की होड़???

एसपीटी न्यूज़ संतराम निशरेले प्रधान संपादक
नर्मदापुरम के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में ट्रांसफर की नौटंकी चल रही है और अनियमितताओं के आरोप लग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, कर्मचारियों को एक सप्ताह के अंदर ट्रांसफर कर दिया जाता है और कभी-कभी ट्रांसफर रोक दिए जाते हैं। इससे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी चर्चा का विषय बन गए हैं। आरोप है कि ये ट्रांसफर आदेश नहीं, बल्कि पैसों के आदेश हैं।
क्या है मामला?
मामला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अधिकार क्षेत्र का है जहाँ पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माखन नगर में पदस्थ प्रवीण कुमार पटेल एम पी डब्ल्यू को सौंपा गया था जो की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पत्र क्रमांक3733 5 मई 225 के अनुसार यह प्रभार प्रवीण पटेल से हटाकर हर्षित दुबे संगणक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माखन नगर को दिया गया है
आख़िर क्यों,11 दिन बाद फिर बदला आदेश
आख़िर ऐसा क्या मामला है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को फिर 16 मई 225 को दूसरा आदेश जारी करना पड़ा जहाँ पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माखन नगर में हर्षित दुबे संगणक को फिर अपने प्रभाव प्रभार से हटाकर प्रवीण कुमार पटेल एम पी डब्लू को माखन नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लेखापाल का प्रभार सौंपा गया
लेखापाल का पद हैं या लालच का पथ यह तो मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ही जानते हैं
कलेक्टर महोदय और जन प्रतिनिधियों को इस ओर सूक्ष्मता से ध्यान देना चाहिए कि आख़िर मुख्यालय पर बैठे वरिष्ठ अधिकारी इस प्रकार की कार्यशैली क्यों अपना रहे हैं क्या इनमें अपना इनका कोई व्यक्तिगत स्वार्थ है या जिनको प्रभार सौंपा जा रहा है बो सक्षम नहीं है और ये दोनों ही विशेष चिंता का विषय है सूत्र तो यह बता रहे हैं कि यह चिंता से ज़्यादा पैसों का विषय है क्योंकि कुछ वरिष्ठ अधिकारी इस क्षेत्र में बैठे ही इसलिय है की जब तक माल नहीं कोई हाल नहीं और रही बात मुख्य चिकित्सालय की तो यहाँ तो कुत्ते भी मज़े ले रहे
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में ट्रांसफर की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। आरोप है कि ट्रांसफर में अनियमितताएं हो रही हैं और ये पैसों के आधार पर किए जा रहे हैं। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।
*क्या करना चाहिए?*
कलेक्टर महोदय और जनप्रतिनिधियों को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए और जांच करानी चाहिए। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होगा और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।
*स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर के नियम*
स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर के नियमों का पालन करना आवश्यक है। विभाग को पारदर्शिता और जवाबदेही का ध्यान रखना चाहिए। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होगा और लोगों का विश्वास बढ़ेगा।
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