नर्मदा महाविद्यालय के खेल मैदान की स्थिति भी गंभीर,कॉलेज में अन्मिताओ में रिकॉर्ड अब्बल नम्बर पर
महाविद्यालय की अव्यवस्थाओं व खेल विभाग व मैदान स्थिति सुधार को लेकर प्राचार्य को ज्ञापन सौपा।
एसपीटी न्यूज़ संतराम निशरेले प्रधान संपादक
*नर्मदापुर —* अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नर्मदापुरम द्वारा छात्राओं को देखते हुए महाविद्यालय की अव्यवस्था अनियमितताओं को लेकर विभाग संयोजक मृदुल नाथ चौहान के नेतृत्व मे सात सूत्रीय ज्ञापन प्रचार्य को सोपा जिसमें प्रमुख रूप प्रत्येक विभाग की कक्षाये निर्धारित समय पर नियमित रूप से लगे। जिससे विद्यार्थी का शैक्षणिक और बौद्धिक स्तर में सुधार हो। परिसर में साफ सफाई भी नहीं हो रही है कक्षाओं में नियमित रूप से साफ सफाई हो। कक्षाओं की स्थिति काफी गंभीर है। जिनमें सुधार हो जिसमे विद्यार्थी निसंकोच अच्छे वातावरण में अध्ययन कर सके। सूचना पटल पर कक्षाओं की समय सारणी प्राध्यापक नाम वद लगा दी जाए ताकि विद्यार्थियों से उनकी संवाद में असुविधा न हो। विभागों के वाटर कूलर की स्थिति भी डामाडोल है। लंबे दिनों से बंद पड़े वाटर कूलर कबाड़ स्थिति में हो गए हैं। सुधारवाये जाएं और सुव्यवस्थित हो जाएं।
महाविद्यालय के खेल मैदान की स्थिति भी गंभीर हो गई है। शहर के नाले का पानी जो खेल मैदान से जुड़ा हुआ है। उसे पानी की निकासी मैदान से अलग की जाए जिस मैदान पर प्रैक्टिस कर रहे विद्यार्थियों को असुविधा न हो वे निरंतर प्रैक्टिस कर पाए
उनके कोई प्रदर्शन में रुकावट ना आए।
खेल सामग्री की स्थिति जर्जर है। खेल सामग्री नहीं है। कुछ खेल सामग्री हैं।वह खत्म स्थिति में है। जिससे महाविद्यालय में खेल के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में है। उन्हें अच्छी खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाए। जिससे विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सके। इन सभी प्रमुख मांगों को लेकर अभाविप ने प्रचार्य को ज्ञापन सौपा। सात दिन के अंदर मांगे पूरी नहीं होती तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगी। प्रदर्शन में मुख्य रूप से नगर मंत्री दिव्यांश शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी परिषद सदैव छात्र हित के लिए लड़ती आई है। छात्रों की छोटी-छोटी समस्या क्यों ना हो जब तक समाधान नहीं होगा हम नहीं रुकेंगे। जिसमें सह मंत्री लवलेश गढ़वाल, कृष्ण वंशकार, विवेक पटेल,युवराज यादव,अंशुल सिंगोरिया, कृष्णधनवारे,सुमित गौर, शुभम चौधरी,अनुज चौरे,पियूष गौर, हर्षिता सुलेखिया
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