नर्मदापुरम के पूर्व उपयंत्री रमेश वर्मा रिश्वत कांड में धराए
एसपीटी न्यूज नर्मदापुरम। नर्मदापुरम नगरपालिका में कोरोना के पूर्व में करीब 15 साल तक लगातार उपयंत्री के तौर पर पदस्थ रहे और वर्तमान में नगर पालिका परिषद सीहोर में पदस्थ सहायक इंजीनियर रमेश वर्मा का कथित रिश्वतखोरी का लालच उन्हें लोकायुक्त के जाल में फंसा गया। उक्त सहायक इंजीनियर की नर्मदापुरम में पुराने कार्यकाल में कार्यप्रणाली भी काफी चर्चित रही थी। वही कार्यप्रणाली सहायक इंजीनियर रमेश वर्मा के लिए फंदा बन गई। उन्हें सोमवार को लोकायुक्त की टीम ने सहायक इंजीनियर रमेश वर्मा उनके सहयोगी के साथ ट्रैप किया। भोपाल लोकायुक्त कार्यालय की कार्यवाही से सीहोर नगरपालिका कार्यालय में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार दिनांक 8/11/2024 को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त भोपाल के समक्ष उपस्थित होकर शिकायतकर्ता सुरेश सिंह दांगी निवासी लुनिया चौराहा सीहोर ने अतिक्रमण प्रभारी रमेश वर्मा सहायक इंजीनियर नगरपालिका सीहोर द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने संबंधी शिकायत प्रस्तुत की। पहले शिकायत का सत्यापन किया गया। शिकायत सत्यापन के दौरान अतिक्रमण प्रभारी रमेश वर्मा
सहायक इंजीनियर नगरपालिका सीहोर द्वारा रिश्वत के रूप में 70000 रुपए की मांग बिना अनुमति मकान बनाने में आपत्ति नही करने हेतु की गई। पीसी एक्ट 1988 की धारा-7 के तहत अपराध कायम
कर
11/11/2024 को उपपुलिस अधीक्षक अनिल बाजपेयी के नेतृत्व में ट्रेप की कार्यवाही की गई। अतिक्रमण प्रभारी रमेश वर्मा
सहायक इंजीनियर नगरपालिका सीहोर द्वारा शिकायतकर्ता सुरेश सिंह दांगी से अपने कार्यालय चैंबर में प्रथम किस्त के रूप में 20000 हजार रुपये अपने सहयोगी अंशुल जैन के माध्यम से लिये
गए थे। राशि हैंडओवर होते ही लोकायुक्त टीम ने सहायक इंजीनियर को धरदबोचा। टीम को देखकर अंशुल जैन रकम लेकर भाग निकला जिसे लोकायुक्त टीम ने बाद में पकड़ लिया। अंशुल जैन से रिश्वत की राशि
भी बरामद की गई
। उल्लेखनीय है कि सहायक इंजीनियर रमेश वर्मा नर्मदापुरम नगरपालिका में करीब 15 साल तक पदस्थ रहे थे। उसके बाद उनका ट्रांसफर सीहोर नगरपालिका में हुआ था। कार्यवाही में अनिल बाजपेई उप पुलिस
अधीक्षक, वीरेंद्र सिंह उप पुलिस अधीक्षक,
संजय शुक्ला उप पुलिस अधीक्षक, बृज बिहारी पाण्डेय प्रधान आरक्षक, राजेंद्र पावन प्रधान आरक्षक, मुकेश सिंह प्रधान आरक्षक, रानी सोलंकी आरक्षक शामिल रहे।
इस मामले में लोकायुक्त डीएसपी अनिल बाजपेई ने बताया कि सीहोर नगरपालिका के सहायक इंजीनियर रमेश वर्मा और उनके सहयोगी अंशुल जैन के खिलाफ कार्रवाई की है। प्रथम किस्त में दिए गए रुपए भी बरामद हो गए हैं।
आपकी क्या प्रतिक्रिया है?