MGM कॉलेज इटारसी के फ़र्ज़ीवाड़े का भाग -दो 

दिसम्बर 2, 2025 - 19:56
दिसम्बर 3, 2025 - 18:43
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MGM कॉलेज इटारसी के फ़र्ज़ीवाड़े का भाग -दो 

MGM कॉलेज इटारसी के फ़र्ज़ीवाड़े का भाग -दो 
संतराम निशरेले प्रधान संपादक नर्मदापुरम 
महात्मा गाँधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय इटारसी जिला नर्मदापुरम के फ़र्ज़ीवाड़े का भाग दो आपने भाग एक में पढ़ा कि MGM कॉलेज के द्वारा paid by me के माध्यम से कई लाख का भुगतान मनगढ़त बिलो पर किया गया है लेकिन उससे भी बड़ी बात यह है कि यहाँ तो कुछ ऐसे बिल भी मौजूद हैं जहाँ पर दुकानदार के हस्ताक्षर ही नहीं है इसके बावजूद बड़े बाबू और प्राचार्य की मिलीभगत से भुगतान कर दिया गया है जाते रहा है और पता नहीं किस किस फ़र्ज़ी तरीक़े से प्राचार्य ने अपनी जेब भरली है जिसके कारण कॉलेज के होनहार विद्यार्थियों की सुविधा पर काली नज़र लग गयी है यदि समय रहते भ्रष्ट प्राचार्य पर लगाम नहीं लगाया गया तो गवर्नमेंट की राशि का तो नुक़सान होगा ही विद्यार्थियों के जीवन पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा


अनोखे फर्जीवाड़े बिल का खुलासा: बिना हस्ताक्षर वाले बिल का किया भुगतान, स्कूल प्रबंधक पर लगे लाखों के गबन के आरोप
एमजीएम कॉलेज इटारसी जिसे हम शिक्षा के मंदिर के रूप मे जानते हैं और वहाँ वित्तीय अनियमितताओं के कई चौंकाने वाले मामले सामने आये है। [जिससे हम निरंतर आपके सामने उजागर करते रहेंगे 


प्राचार्य ने कथित तौर पर बिल जारी करने वाले के हस्ताक्षर के बिना ही कई बिलो के माध्यम से एक बड़ी राशि का भुगतान कर दिया। यह मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और वित्तीय नियमों के उल्लंघन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
???? अनियमितता का कुछ विवरण
यह मामला लाखो रुपये के भुगतान से संबंधित है, जो [किस चीज़ की खरीद/मरम्मत/सेवा] के लिए किया गया है प्राप्त जानकारी में पाया गया कि भुगतान किए गए बिल पर न केवल वेंडर या जारीकर्ता के हस्ताक्षर गायब थे, बल्कि कई अन्य अनियमितताएं भी थीं।


• हस्ताक्षर का अभाव: भुगतान की प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज पर ही हस्ताक्षर का न होना, बिल की सत्यता पर सीधा संदेह पैदा करता है।
• ⁠कॉलेज प्रबंधन द्वारा भुगतान वाउचर (Payment Voucher) या भुगतान पत्र (Payment Instrument) पर प्राप्तकर्ता (Receiver/Payee) के हस्ताक्षर के बिना ही भुगतान करना एक बड़ा खतरा है।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बिंदु और इसके संभावित प्रभाव हैं:
 वित्तीय अनियमितता (Financial Irregularity)
• भुगतान का प्रमाण नहीं: प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर इस बात का पुख्ता प्रमाण होते हैं कि उसे वास्तव में भुगतान प्राप्त हो गया है। हस्ताक्षर के बिना, यह साबित करना मुश्किल होगा कि भुगतान सही व्यक्ति को हुआ था।
• दुरुपयोग की संभावना: यह राशि के दुरुपयोग (Misappropriation), गबन (Embezzlement), या किसी फर्जी व्यक्ति को भुगतान करने की संभावना पैदा करता है।
• ऑडिट आपत्ति (Audit Objection): जब कॉलेज का लेखा-परीक्षण (Audit) होगा, तो लेखा परीक्षक (Auditor) निश्चित रूप से इस भुगतान वाउचर पर आपत्ति उठाएंगे और इसे अस्वीकार (Disallow) कर सकते हैं। प्रबंधन को इस राशि को अपनी जेब से भरना पड़ सकता है।
आंतरिक नियंत्रणों का उल्लंघन (Violation of Internal Controls)
• बुनियादी प्रक्रिया का उल्लंघन: किसी भी संगठन में, भुगतान करने से पहले प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर लेना एक बुनियादी आंतरिक नियंत्रण प्रक्रिया है। इसका उल्लंघन दर्शाता है कि प्रबंधन ढीला है और वित्तीय नियम-कानूनों का पालन नहीं हो रहा है।


 कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई (Legal and Administrative Action)
• जाँच और FIR: जव यह राशि बड़ी है, तो प्रबंधन के खिलाफ आंतरिक जाँच शुरू हो ना चाहते हैं जव जानबूझकर धोखाधड़ी का मामला पाया गया है तो कॉलेज के उच्च अधिकारी या शासी निकाय (Governing Body) जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ FIR (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज की जाना चाहिए
• कर्मचारियों पर कार्रवाई: भुगतान प्रक्रिया से जुड़े कर्मचारियों (जैसे लेखा विभाग, कैशियर, और भुगतान को मंजूरी देने वाले अधिकारी) पर प्रशासनिक कार्रवाई, जैसे निलंबन (Suspension) या नौकरी से बर्खास्तगी (Termination), जैसी कार्रवाई की जाना चाहिए ताकि अन्य भ्रष्टाचारियों को भ्रष्टाचार करने में डर लगे

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SPT News प्रधान संपादक संतराम निषेरेले जिला अध्यक्ष पत्रकार कल्यांण महासंध नर्मदापुरम 9407268810